जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं (सचिन पायलट और अशोक गहलोत) के बीच तकरार जारी है। सचिन पायलट ने बागी तेवर अपना लिए हैं। उनके गुट से जुड़े नेताओं ने दावा किया है कि पायलट गुट में 30 से अधिक विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी भी डौमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला कल देर रात जयपुर पहुंचे।
आज कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने व्हिप जारी किया है। इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस के 16 विधायक अभी तक जयपुर नहीं पहुंचे हैं। ये सभी सचिन पायलट खेमे के बताए जा रहे हैं
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 10:30 बजे निर्धारित की गई थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर यह बैठक अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। कई बार बैठक का समय टलने से अटकलें तेज।
कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने सोमवार को कहा कि भाजपा ने उन्हें अशोक गहलोत सरकार को गिराने के लिए बड़ी रकम देने की पेशकश की। जयपुर में सीएम आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के पास पूरी संख्या है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के कुछ विधायक भी सरकार के संपर्क में हैं। गुढ़ा उन सात बसपा विधायकों में से हैं जो कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा कि सचिन पायलट राजस्थान के सीएम पद के लिए सही उम्मीदवार थे, लेकिन अशोक गहलोत ने कार्यभार संभाल लिया, तब से पार्टी में संघर्ष शुरू हो गया। आज जो हो रहा है, वह उसी संघर्ष का परिणाम है। राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा किकभी-कभी वैचारिक मतभेद उत्पन्न हो जाता है जो प्रजातांत्रितक प्रणाली में स्वाभाविक है। परंतु वैचारिक मतभेद पैदा होने से चुनी हुई अपनी ही पार्टी की सरकार को कमजोर करना या भाजपा को खरीद-फरोख्त का मौका देना अनुचित है।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने पिछले 48 घंटे में सचिन पायलट से अनेकों बार बात की है। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा वाजिब हो सकती है, लेकिन राजस्थान व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा से बड़ा है। साथ ही उन्होंने कहा कि मतभेद है तो पार्टी आलाकमान के दरवाजे खुले हैं, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हों सचिन पायलट।