भाटापारा। छत्तीसगढ़ पेंशनधारी कल्याण संघ तहसील शाखा भाटापारा के पेंशनरों ने छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल से मांग की हैं कि भाटापारा को 33 वां जिला घोषित कर अपने वादे को पूरा करें । संघ के अध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद पटेल, दिलीप सिंह बिसेन , अशोक पंत, परेटन लाल साहू , आसाराम अनंत, बीआर चंदेल , गिरधारी लाल वर्मा एंव रमेश कुमार वर्मा आदि पेंशनरों ने संयुक्त रुप से विज्ञप्ति जारी कर भाटापारा को जिला बनाए जाने हेतु निम्नांकित तर्क प्रस्तुत किए हैं -15 अगस्त को घोषित चार नए गठित जिलों में भाटापारा जैसे महत्वपूर्ण शहर का नाम नहीं होने पर यहां के जिला निर्माण समिति के सदस्यों ,आम नागरिकों के साथ छत्तीसगढ़ पेंशन धारी कल्याण संघ तहसील शाखा के पेंशनरों को भी घोर निराशा के साथ शासन के प्रति आक्रोश दिखाई दिया । भाटापारा से कई मामलों में छोटे शहरों को जिला बना कर एक प्रकार से भाटापारा का अपमान ही माना जा रहा है । हर दृष्टि से भाटापारा जिला बनने की काबिलियत रखता है ।यहाँ 300 की संख्या में राइस, दाल एवं पोहा मिले हैं, जहां के चावल ,दाल एवं पोहा छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में भेजी जाती है ।यह छत्तीसगढ़ की सबसे पुरानी एवं बड़ी नगरपालिका है । यहां छत्तीसगढ़ की पुरानी एवं बड़ी धान, गेहूं एवं उन्हारी की मंडी है।भाटापारा, दक्षिण पूर्व रेलवे का रायपुर बिलासपुर के बाद सर्वाधिक आय देने वाला स्टेशन है । इस क्षेत्र में तीन सीमेंट की फैक्ट्रियां हैं ।भाटापारा औद्योगिक एवं व्यापारिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ में प्रतिष्ठित है। 83 वर्षों से अनवरत प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला अखंड राम नाम सप्ताह छत्तीसगढ़ ही नहीं वरन भारतवर्ष में भाटापारा को प्रतिष्ठित करता है । भाटापारा नगर के पास ही शिवनाथ नदी का निर्मल जल वर्ष भर प्रवाहित होते रहता है ।दानवीर दाऊ कल्याण सिंह की इस नगरी में हजारों एकड़ की जमीन उपलब्ध हैं जिसमें विभिन्न शासकीय भवन बनाए जा सकते हैं । कांग्रेस के पूर्व गृह मंत्री स्वर्गीय नंद कुमार पटेल जी ने स्वयं यहां के लोगों को आश्वस्त किया था कि 28 वें जिले के रूप में भाटापारा का नाम होगा । 2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व भाटापारा प्रवास में कांग्रेस भवन के सामने एवं जिला निर्माण समिति के आंदोलनरत प्रतिनिधियों के सामने, वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस की सता आने पर भाटापारा को निश्चित रूप से जिला बनाने का वादा किया था, परंतु अफसोस अपने वादे पर प्रदेश का मुखिया अभी तक अमल नहीं कर पाए हैं ।अतः प्रदेश के मुखिया को अपने वादे को अमल में लाने हेतु भाटापारा को बचे हुए 4 जिलों में स्थान देते हुए घोषणा करने की मांग छत्तीसगढ़ पेंशन धारी कल्याण संघ शाखा भाटापारा के पेंशनर करते हैं । इस संबंध में लंबे समय से आम नागरिकों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाता रहा है जो भाटापारा को जिला निर्माण की घोषणा तक जारी रहेगा।
भाटापारा को जिला बनाया जाए- छत्तीसगढ़ पेंशन धारी कल्याण संघ तहसील शाखा ने मुख्यमंत्री से की मांग
