रायपुर/ कोविड-19 कोरोना महामारी संक्रमण के कारण जब अचानक लॉकडाउन हुआ तो अपराध कम हो गए। अब जब लॉकडाउन धीरे धीरे खुल रहा है तो अपराध की घटनाएं फिर शुरू हो गई हैं. बहुत से राज्यों में प्रवासी मजदूरों की वापसी के बाद असंतोष फैलने की भी आशंका है. हालांकि अपराधों पर नियंत्रण एवं आमजनता के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं गृहमंत्री तम्रध्वाज साहू पुलिस प्रशासन की बेहतर छवि बनाने में रायपुर का विजुअल पुलिसिंग अभियान पुलिस के आला अधिकारियों रायपुर द्वारा स्वयं रायपुर राजधानी सहित सभी पैदल पेट्रोलिंग कर पुलिसिंग की शुरुवात की लॉकडाउन खुलने के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश से डकैती अपहरण, हत्याएं और लूटपाट की खबरें तेजी आने लगी हैंऔर अपराधियों द्वारा अपराध को भी दिनदहाड़े अंजाम दे रहा है। छत्तीसगढ़ के राजधानी सहित प्रदेश के अनेक जिलों से डकैती, अपहरण,लूट,हत्याएं की घटनाएं चरम सीमा पर बढ़ती जा रही हैं। बढ़ती हुई लूटपाट,अपहरण डकैतों ने बीते सप्ताह एक बैंक से 14 लाख एटीएम से लूट लिए. अब हालांकि पुलिस के आला अधिकारियों एवं पुलिस प्रशासन की मुसतैदी और सूझबूझ से अपराधी जल्द पकड़ में आ गए। अनलॉक होने के बाद घरों से निकलने वाले आम लोगों की बड़ी तादाद को देखते हुए राजधानी पुलिस ने अपराध को रोकने के लिए रात दिन सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद बनाने के लिए पेट्रोलिंग व्यवस्था मे लगी हुई है।शहर की जनकल्याकारी समाज सेवी संस्था अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी के संस्थापक मोहम्मद सज्जाद खान ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आम जनता से अपील की है कि अपने साथ ज्यादा नकदी या कीमती सामान लेकर बाहर नहीं निकले। साथ ही कोराना वायरस संक्रमण के बीच हाल में साइबर क्राइम मे भी तेजी से वृद्घि हो रही हैं। सोशल मीडिया पर नौकरी देने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने के अनेक मामले सामने उजागर हो रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को ठगा जा रहा है। फर्जी कंम्पनियो के ज्वाईनिंग लेटर भेजे जा रहे है। जब बेरोजगार युवकों को ड्यूटी ज्वाइनिंग की बात आती है, तो वह कम्पनी को इसकी कोई जानकारी नहीं होती हैं। गरीब बेरोजगार युवाओं के अंदर मन में हताशा का महौल हैं।ऐसे मे हर एक व्यक्ति को सजग रहने की आवश्यकता हैे ।भारी तादाद में प्रवासी मजदूरों की वापसी से कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी होने की आशंका जताई जा रही हैं। हालांकि राज्य में पुलिस व्यवस्था की वजह से अपराधियों के हौसले भी पस्त हो रहे है।
कोरोना के शुरुआती दौर में लॉकडाउन की वजह से लोगों के घरों में बंद होने की वजह से देश भर में अपराध के आंकड़ों में आश्चर्यजनक रूप से गिरावट आई. बाद में घरेलू हिंसा के मामले कुछ जरूर बढ़े. लेकिन अब चोरी, डकैती और छिनताई जैसी घटनाएं बढ़ने के बाद पुलिस अब अराधियों के हौसलें पस्त करने के लिए मुस्तैदी के साथ चाकचौबंद हैं। *राजधानी रायपुर की समाज सेवीं संस्था अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी* ने प्रदेश के आम नागरिकों एवं व्यापारी बंधुओं राह चलती हुई माताएं एवं बहनों से अनुरोध करती है कि हर व्यक्ति पर बिना सोचे समझे विश्वास ना करें और कीमती सामान की सुरक्षा स्वयं करें। संस्था ने पुलिस प्रशासन से मांग की हैं कि शहर में हेलमेट और गमछे से मुंह बांधकर बिना नम्बर के वाहन चालकों को भी जांच के दायरे में रखना अति आवश्यक है। इसमे जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है। ऐसे वक्त मे शहर के व्यस्त इलाके के अधिंकाश सभी सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त किया जाये ताकि और भी घटित होने वाले घटनाओं- अपराधों पर अंकुश लग सके।