रायपुर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी, कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, महामंत्री जितेंद्र दोशी, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं प्रवक्ता राजकुमार राठी, संजय चैबे ने बताया कि चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत आज कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए देश भर के व्यापारियों के साथ संवाद स्थापित करने हेतु अब तक उपयोग में लायी जा रही जूम एप्लिकेशन का बहिष्कार कर दिया है और फिलहाल भारतीय जिओमीट अपनाना शुरू कर दिया है । कैट ने देश भर के व्यापारियों और सभी राज्यों में फैले व्यापारी संगठनों को यह सलाह दी है की वो अपने संवाद मंच के रूप में अब जूम का उपयोग न करें । हालाकिं कैट की टेक्नोलॉजी टीम अन्य उपलब्ध एप्लीकेशनों का भी आंकलन कर रही है । कैट ने यह निर्णय जूम के बारे में देश भर के व्यापारी नेताओं से प्राप्त आपत्तियों एवं सुझावों को ध्यान में रख कर लिया है । कैट का यह कदम उसके बहुआयामी अभियान भारतीय सामान-हमारा अभिमान को सशक्त बनाने के लिए लिया गया है ।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया की कैट का यह निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर लिया गया है । जूम हालाकिं एक अमरीकी एप्लिकेशन है किन्तु प्राप्त जानकारी के अनुसार जूम का काफी डाटा चीन के मार्फत जाता है और जूम के कुछ सर्वर चीन में भी हैं जिसकी वजह से डाटा के लीक होने का खतरा बना रहता है और इस आशंका को भी खारिज नहीं किया जाता की इसका दुरूपयोग भारत के हितों के खिलाफ भी सो सकता है ।
श्री पारवानी ने कहा की वर्तमान परिस्थितियों में देश के व्यापारी एवं अन्य वर्गों के लोग चीन के खिलाफ एक आर्थिक लड़ाई छेड़े हुए हैं और इस लड़ाई में डाटा का बड़ा महत्व है, इस दृष्टि से हम हर उस स्त्रोत को समाप्त करना चाहते हैं जिसके जरिये भारत का डाटा देश में रहने की बजाय देश के बाहर जाने की सम्भावना रखता है । पब्लिक जानकारी में अनेक ऐसे तथ्य सामने आएं हैं जिसमें जूम का सुरक्षा के लिए खतरा होने के पर्यापत संकेत हैं । विगत समय में भारत सरकार ने भी एक पत्र जारी कर अधिकारियों को जूम का उपयोग न करने की सलाह दी है !