लाखों की ठगी: नपा के नेता प्रतिपक्ष सहित चार गिरफ्तार

0 तीन फरार, थाना घेरने पहुंचे भाजपाई

0 15 साल में आठ गुना राशि लौटाने के नाम पर सात लोगों ने मिलकर ठगे 35 लाख रुपए

राजनांदगांव/ दर्जनों ग्रामीणों से पांच साल में रकम दुगुनी और 15 में पांच गुनी करने का झांसा देने वाले नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष व भाजपा के मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मास्टर माइंड तरुण साहू सहित तीन अन्य की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में 35 लाख रुपए की ठगी सामने आई है। आशंका है कि यह रकम डेढ़ करोड़ तक बढ़ सकती है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने चिटफंड कंपनी बनाकर 10 साल के भीतर आसपास के ग्रामीणों से बड़ी रकम ऐंठ ली और मियाद पूरी होने से पहले बोरिया बिस्तर समेट लिया। आरोपियों ने सर्वोदय मल्टीट्रेड लिमिटेड कंपनी के अधीन माइक्रो इन्वेस्टमेंट बनाकर पूरे कारोबार को अंजाम दिया। इसके तहत ग्रामीणों को ग्राहक बनाकर मासिक, छैमासिक और सालाना किस्तों के आधार पर रकम जमा कराई गई, जिस पर पांच तथा 15 वर्ष के लिए अलग-अलग ब्याज दर देने का झांसा दिया गया। ग्राहकों से कहा गया कि पांच साल में उनकी रकम दुगुनी हो जाएगी, अगर रकम 15 साल तक जमा रही तो आठ गुना तक वापस मिलेगी।
निवेशकों में से एक खिलावन चंद्राकर ने 2011 से 2019 तक लगातार साढ़े सात लाख रुपए अपने और अपनी पत्नी के नाम से जमा कराए। खिलावन की पत्नी देवकी ने एजेंट के रूप में काम करते हुए अन्य ग्रामीणों से करीब 18 लाख रुपए तक का निवेश कराया। यह रकम अमलीपारा स्थित कंपनी के कार्यालय में जमा कराई गई। दूसरे ग्रामीण रामप्रसाद पटेल ने 9 लाख निवेश किए। इसी तरह अलग-अलग गांवों से तकरीबन 35 लाख रुपए निवेश की बात अब तक सामने आई है। कुछ दिनों बाद खैरागढ़ और भिलाई के आकाशगंगा में स्थित कार्यालय बंद कर सभी डायरेक्टर रफूचक्कर हो गए।
हालही में 26 जून को रकम वापस दिलाने के लिए खिलावन चंद्राकर और रामप्रसाद पटेल ने थाने में आवेदन दिया। इस पर थाना प्रभारी लोमेश सोनवानी और उनकी टीम ने पड़ताल की और अधिक ब्याज का झांसा देकर धोखाधड़ी करना पाया।
*चार डायरेक्टर गिरफ्तार और तीन फरार*
इसमें नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष और खैरागढ़ मंडल अध्यक्ष कमलेश पिता सुदामा दास कोठले, खैरागढ़ के ही राजकुमार पिता मंगलू दास साहू, गुंडरदेही के झम्मन पिता गंगादास साहू और दुर्ग के सत्यपाल पिता माधव सिंह वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से तीन डायरेक्टर तरुण साहू, रंजीत सोनकर और राजेंद्र स्वान्सी की तलाश जारी है। आरोपियों के खिलाफ धारा 420 भादवि, 3, 4, 5 इनामी चिटफंड परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम 1978, धारा 10 छग निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
*राजनीतिक रसूख की आड़ में कमलेश ने की कमाई*
आरोपी कमलेश कोठले वर्तमान में सोनेसरार से पार्षद है और नगर पालिका का नेता प्रतिपक्ष है। हाल ही में उसे भाजपा का मंडल अध्यक्ष भी बनाया गया था। इससे पहले भी वह सभापति के पद पर रहा है। आरोप है कि राजनीतिक रसूख की आड़ में उसने ग्रामीणों को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। दूसरे जिलों के डायरेक्टरों को कमलेश का भरपूर साथ मिला।
*2013 में भी उठा था मामला*
चिटफंड कंपनी के माध्यम से ठगी का यह मामला 2013 के आसपास भी उठा था। तब आरोपियों ने अपनी सफाई भी पेश की थी, लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते मामला रफादफा कर दिया गया।
*जिला पंचायत उपाध्यक्ष भी पहुंचे थे थाने*
कोठले की गिरफ्तारी के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के नेतृत्व में नगर पालिका उपाध्यक्ष रामाधार रजक, पूर्व मंडल अध्यक्ष, वीरेंद्र जैन, विकेश गुप्ता सहित भाजयुमो के कार्यकर्ता थाने का घेराव करने पहुंचे। अचानक हुई गिरफ्तारी पर सवाल उठाया, लेकिन थाना प्रभारी सोनवानी ने अपनी कार्रवाई को उचित ठहराते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया।
*और भी हो सकते हैं खुलासे*
इस मामले में एसडीओपी जीसी पति ने बताया कि फिलहाल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डायरेक्टरों की पृष्ठभूमि को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।

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