मोदी सरकार का किसान विरोधी रवैया उजागर, छत्तीसगढ़ को उसके हक का हिस्सा दे: अश्वनी 

पाटन। केंद्र की मोदी सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों को हमेशा निशाने पर रखा है। पूरे देश के अन्नदाता दिल्ली की सड़कों पर आ पहुंचे उसके बाद भी किसानों के प्रति अड़ियल रवैया जारी है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का मामला है। राज्य सरकार केंद्र सरकार से लगातार बारदाने की मांग कर रही है लेकिन पर्याप्त बारदाने नहीं दिया जा रहे है। उक्त बातें पाटन विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्वनी साहू ने कही।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विकल्प के तौर पर प्लास्टिक बोरी में धान खरीदने की अनुमति मांगी थी लेकिन केंद्र की किसान विरोधी सरकार ने इसकी भी अनुमति नहीं दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए लगातार षड्यंत्र कर रही है ! कोरोना संक्रमण के समय भी विपक्षी नेताओं के सुझाव को नजरअंदाज किया गया जिसका परिणाम भयावह हुआ। कभी ताली बजाना। कभी थाली बजाने का काम किया, जिसका परिणाम सबके सामने है।

श्री साहू ने कहा कि मोदी जी देश की जनता को लगातार बेवकूफ बनाने का काम कर रहे है। नोटबंदी के समय भी देश ने बुरा हाल देखा। लगातार नाकाम होती केंद्र सरकार को भय है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की सरकार देश के किसानों के लिए कहीं रोल मॉडल ना बन जाए।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत राज्य को उनके हिस्से की सुविधा मिले। भाजपा नेता बताएं कि मनमोहन सिंह के समय क्या यह सुविधा नहीं मिलती थी।

श्री साहू ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी करना छोड़ देश के किसान हित में काम करे। किसी भी राज्य सरकार का संविधानिक अधिकारों का हनन करना बंद करें।

Leave a Reply