सोनिया गांधी को कुछ समय के लिए दिल्ली छोड़ने की सलाह, जानिए वजह

नई दिल्ली/ वायु प्रदूषण के कारण दिन-प्रतिदिन बिगड़ती दिल्ली की आबोहवा के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सीने में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने कुछ दिनों के लिए दिल्ली से दूर रहने की सलाह दी है। पार्टी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी कुछ दिनों के लिए गोवा या चेन्नई में रह सकती हैं। उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर सोनिया के दिल्ली से रवाना होने की संभावना है। उनके साथ राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा भी जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि गत अगस्त महीने में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद से सोनिया गांधी डॉक्टरों की निगरानी में हैं और डॉक्टर उनके सीने में संक्रमण के लगातार बने रहने से चिंतित हैं। खासकर उनकी चिंता इस बात को लेकर है कि दिल्ली में वायु प्रदषण की मौजूदा स्थिति उनकी सेहत के प्रतिकूल है।

सोनिया के सीने में संक्रमण और अस्थमा बढ़ा

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि वायु प्रदूषण के कारण सोनिया के सीने में संक्रमण और अस्थमा बढ़ गया है और डॉक्टरों ने उन्हें कुछ दिनों के लिए दिल्ली से बाहर जाने की सलाह दी है। सोनिया गांधी ऐसे समय दिल्ली से बाहर जा रही है जब बिहार चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर पार्टी के भीतर से ही आत्मचिंतन की मांग उठ रही है। कांग्रेस अध्यक्ष 30 जुलाई को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुई थीं, जहां से कुछ दिनों बाद उन्हें छुट्टी मिली थी। फिर 12 सितंबर को वह अपनी नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए विदेश गई थीं और उनके साथ पुत्र राहुल गांधी भी गए थे। इस कारण दोनों संसद के मॉनसून सत्र में शामिल नहीं हो सके थे।

दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’, सुधार होने की संभावना

राजधानी दिल्ली में शुक्रवार की सुबह वायु गुणवत्ता खराब दर्ज की गई । हालांकि, केंद्र सरकार की एजेंसियों ने कहा है कि हवा चलने की गति अनुकूल होने के कारण इसमें कुछ सुधार हो सकता है। आज सुबह दस बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 292 दर्ज किया गया। गुरुवार को 24 घंटे का औसत सूचकांक 283 था, जबकि बुधवार एवं मंगलवार को यह क्रमश: 211 एवं 171 दर्ज किया गया था।

केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता अग्रिम चेतावनी प्रणाली के अनुसार दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है, हालांकि शुक्रवार को यह खराब श्रेणी में बनी रहेगी और शनिवार को मध्यम श्रेणी में आने की संभावना है। इसने कहा है कि सतह की हवा की दिशा उत्तर पश्चिम है और इसकी अधिकतम गति 15 किमी प्रति घंटे की है। प्रणाली के अनुसार पंजाब, हरियाणा एवं पाकिस्तान में गुरुवार को 600 स्थानों पर खेतों में पराली जलाने की घटना की जानकारी मिली है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार को पीएम 2.5 प्रदूषण के ​लिए पराली का जलना 20 प्रतिशत तक जिम्मेदार है। बुधवार को यह आठ जबकि मंगलवार को तीन प्रतिशत था। मौसम विभाग ने कहा है कि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस था जो पिछले 14 सालों में सबसे कम है। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ एवं 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

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