सिंचाई रकबा बढ़ाने के लिए टूटी-फूटी नहरों का जीर्णोद्धार के साथ ही उनमें जीम गाद एवं उगी झाड़ियों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है। इसको ध्यान में रखते हुए दुर्ग जिले में विशेष पहल की गई है, ताकि नहरों से सिंचाई के लिए अंतिम छोर के गांव तक निर्बाध रूप से जलापूर्ति हो सके। दुर्ग जिले में मनरेगा से मटिया माइनर नहर, बेलौदी माइनर नहर तथा भाताखार माइनर नहर की मरम्मत तथा सिपकोना शाखा नहर में गाद के हटाने तथा तटबधों के सुदृढ़ीकरण सहित तुलसी माइनर, सिकोला माइनर, पाटन माइनर, देवा माइनर एवं सावनी माइनर का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।