गर्मियों का मौसम और नींबू पानी

 

भाटापारा। गर्मियों का मौसम हो और नींबू पानी की बात न हो, भला ऐसा कैसे हो सकता है, हम में से ज्यादातर लोग इसे बेहद पसंद करते हैं. इस समर ड्रिंक को घर में भी आसानी से तैयार किया जा सकता है और साथ ही ये बाजारों में ठेलों पर आसानी से मिल जाता है, कई लोग नींबू के रस को सोडा वॉटर के साथ भी पीने का शौक रखते हैं.
हमने आमतौर ये जरूर सुना होगा कि नींबू पानी नियमित रूप से पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इस बात पर जोर देतें हैं कि सुबह-सवेरे एक ग्लास नींबू पानी पीने से पेट की चर्बी कम हो जाती है, कई लोग इस ड्रिंक में शहद भी मिलाते हैं जिससे बेहतर नतीजे आएं, लेकिन क्या नींबू पानी से सचमुच में वजन कम होता है?
नींबू पानी पीने के फायदे
नींबू में साइट्रिक एसिड, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन बी-6, पेक्टिन और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इससे डाइडेशन बेहतर होता है साथ ही फ्री रेडिकल्स से हमारा बचाव हो जाता है. नींबू में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जिससे दिल की सेहत बेहतर रहती है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है. नींबू पानी पाने से पेट और कमर के आसपास जमी हुई चर्बी घटने लगती है, यानी आपका वजन तेजी से कम होता है.
भूख करता है कंट्रोल
नींबू में पेक्टिन नाम का पदार्थ होता है जो भूख को कंट्रोल करने में मदद करता है, इसको पीने के बाद ऑयली फूड खाने की भी ख्वाहिश कम हो जाती है. इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स मेटाबोलिज्म के जरिए बूस्ट करता और साथ ही बॉडी डिटॉक्स भी हो जाती है. नींबू में पोटैशियम से बॉजी हाइड्रेट रहती है साथ ही ब्लड प्रेशर कम करने में भी मदद मिलती है.
कैसे तैयार करें नींबू पानी?
अगर आप चाहते हैं कि नींबू का असर आपकी पेट की चर्बी पर ज्यादा हो, तो सबसे पहले एक ग्लास गुनगुना पानी लें और उसमें एक छोटा नींबू निचोड़ दें. अब इसमें काला नमक और जीरा पाउजर मिलाकर पी जाएं. अगर सुबह उठकर हल्के गर्म पानी एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करेंगे तो वजन तेजी से कम होगा. इस संबंध में नगर के जे के आडिल अस्पताल के चिकित्सक डॉ विकास आडिल का कहना है कि नींबू है फायदेमंद,, सामान्य मात्रा में सेवन करने पर यदि आप कच्चे निम्बू के रस का एक ही दिन में अत्यधिक सेवन आपके पेट को ख़राब कर सकता है। निम्बू स्वाभाविक रूप से अम्ल होता है और पेट में अम्ल की ज्यादा मात्रा पाचन तंत्र के श्लेष्म झिल्ली को परेशान कर सकती है जिससे आपको पेट दर्द या दस्त से ग्रस्त होना पड़ सकता है। डा विकास आडिल ने बताया कि काली त्वचा वाले लोगों को मुँहासे के उपचार के रूप में त्वचा पर नींबू का रस का उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि यह त्वचा पर काले धब्बे पैदा कर सकता है। अतः नींबू को आवश्यकता से अधिक सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नहीं है।