क्रिप्टो परिवेश के लिए भारत ने अपनी सीमाएं खोलीं – भविष्य में डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत

● विशाल प्रतिभा एवं मजबूत डिजिटल आधार के साथ, भारत नई पीढ़ी के डिजिटल फिनटेक फ्रेमवर्क का नेतृत्व करने के लिए तैयार है: डाली यंग, चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर, बिंगबॉन
मुंबई। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा क्रिप्टो करेंसी के कारोबार पर लगा प्रतिबंध हटाए जाने के बाद इस डिजिटल युग की करेंसी के प्रति खुली मानसिकता के साथ भारत के वित्त मंत्री के बयान से भारत में अगले डिजिटल युग एवं डिजिटल नेतृत्व के लिए अच्छे संकेत मिल रहे हैं।
रिटेल ट्रेडर्स को क्रिप्टो डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स का इस्तेमाल करने में समर्थ बनाने वाले अग्रणी क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, बिंगबॉन के चीफ प्रोडक्ट, डाली यंग ने कहा कि भारत में कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं, जो इसे नए युग की फिनटेक सेवाओं, बिटक्वाईन माईनिंग एवं क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग में ग्लोबल लीडर बनाने की सामर्थ्य रखती हैं। सिंगापुर स्थित बिंगबॉन न केवल डिजिटल संपत्तियों, बल्कि अन्य वित्तीय इंस्ट्रूमेंट्स, जैसे फॉरेक्स, इंडीसेज़ एवं कमोडिटीज़ को भी समाहित करता है।
भारत में हुई इस नई प्रगति का स्वागत करते हुए, डाली यंग ने कहा कि देश को भविष्य की दृष्टि रखते हुए अपनी अपार मूलभूत ताकत का लाभ उठाने की आवश्यकता है, ताकि डिजिटल टेक्नॉलॉजी की अगली लहर के फायदों का लाभ लिया जा सके। डाली यंग ने कहा, ‘‘भारत ने अगली पीढ़ी की अभिनव ब्लॉकचेन में एक मजबूत आधार विकसित किया है और लेजर टेक्नॉलॉजी वितरित की है। साथ ही गणितीय प्रतिभा के अपने विशाल आधार के साथ भारत इस क्षेत्र में विश्व में नेतृत्वकारी स्थिति में आ सकता है।’’
डाली यंग ने एक मजबूत रेगुलेटरी फ्रेमवर्क का निर्माण करने की जरूरत पर बल दिया ताकि विश्वसनीय क्रिप्टो एक्सचेंज प्रभावशाली तरीके से काम करते हुए क्रिप्टो करेंसी में कारोबार और निवेश करने के इच्छुक लोगों को एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म दे सके। यह फ्रेमवर्क विश्वास स्थापित कर भारत के डिजिटल सफर में एक नया अध्याय लिखेगा। एक मजबूत क्रिप्टो परिवेश आर्थिक और वित्तीय विनिमय की लागत को कम करेगा, तेजी से डिजिटल एडॉप्शन में मदद करेगा और रोजगार के नए अवसरों का निर्माण करेगा।

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